अनुच्छेद 
चंद्रशेखर आज़ाद और उनके साथी अंग्रेजों को देश से खदेड़ना चाहते थे। इसके लिए आवश्यक था संगठन बनाना और हथियार खरीदना, किंतु धन नहीं था। इसलिए उन्होंने लखनऊ के पास काकोरी में ट्रेन द्वारा ले जा रहे सरकारी खजाने पर अधिकार कर लिया। बाद में वे पकड़े गए। मुकदमे के बाद आजाद के साथी रामप्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र लाहिड़ी और रोशन सिंह को फांसी मिली लेकिन चंद्रशेखर आज़ाद अंग्रेजों के हाथ नहीं आए। वेश बदलकर वे अंग्रेजी पुलिस को चकमा देते रहे। पर एक दिन इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के अल्फ्रेड पार्क (अब आजाद पार्क) में पुलिस ने घेर लिया। अपनी पिस्तौल से आखिरी दम तक वे पुलिस का सामना करते रहे। पिस्तौल मे बची आखिरी गोली उन्होंने अपनी कनपटी पर मार ली। जीते जी वे अंग्रेजों के हाथ नहीं आए।
1) चंद्रशेखर आजाद अंग्रेजों को देश से ........... ।
a) लूटना चाहते थे
b) खदेड़ना चाहते थे
c) रोकना चाहते थे
d) धकेलना चाहते थे
2) अंग्रेजों के हाथ कौन नहीं आए ?
a) रामप्रसाद बिस्मिल
b) चंद्रशेखर आजाद
c) राजेन्द्र लाहिड़ी
d) रोशन सिंह
3) एक दिन .......... के अल्फ्रेड पार्क मे पुलिस ने आजाद को घेर लिया।
a) लखनऊ
b) वाराणसी
c) आजमगड़
d) इलाहाबाद
4) ‘साथी’.......... का पर्यायवाची नहीं है।
a) संग b) मित्र
c) दोस्त d) सखा
5) “आवश्यक “ शब्द है
a) क्रिया विशेषण b) क्रिया
c) विशेषण d) संज्ञा
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